कोशिश करनेवालों की हार नहीं होती कविता - Koshish karane vaalon kee kabhee haar nahin hotee By Sohanlal Dwivedi

Many people believe that this poem is written by Harivansh Rai Bachchan. But Mr. Amitabh Bachchan has clarified in one of his Facebook posts that this poem is written by Sohanlal Dwivedi.

  • 'कोशिश करने वालों की हार नहीं होती' कविता का अर्थ है कि प्रयास करने से सफलता मिलती है। इस कविता से जुड़ी कुछ और बातें:
  • इस कविता का संदेश यह है कि जीवन की प्रतिस्पर्धा में असफलता से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि अपनी कमियों को पहचान कर निरंतर आगे बढ़ना चाहिए।

  • कोशिश करने वालों के सपने एक दिन जरूर पूरे होते हैं।
  • लहरों से डरकर नाव समंदर पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, यह कविता सोहन लाल द्विवेदी ने लिखी थी।
  • सोहन लाल द्विवेदी हिंदी के प्रसिद्ध कवि थे।

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती 

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती


जब एक नन्हीं चींटी दाना लेकर चलती है

वह दीवारों पर चढ़ती है, सौ बार फिसलती है

मन का विश्वास नसों में साहस भर देता है

उसे चढ़ने-गिरने, गिरने-चढ़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता

अंत में उसकी मेहनत बेकार नहीं जाती

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती


गोताखोर समुद्र में डुबकी लगाता है

जाता है और खाली हाथ लौटता है

गहरे पानी में मोती आसानी से नहीं मिलते

इस आश्चर्य में उसका उत्साह दोगुना हो जाता है

उसकी मुट्ठी हर बार खाली नहीं होती

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती


असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करें

क्या कमी थी, उसे देखें और सुधारें

जब तक सफल न हो जाएं, नींद और आराम छोड़ दें

संघर्ष के मैदान से भागें नहीं

कुछ किए बिना खुशी नहीं मिलती

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती

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यहाँ पर कविता में प्रयोग हुए कुछ कठिन शब्दों के अर्थ दिए गए हैं ..

दर - भय 

अखरना - बुरा लगना

सिन्धु - समुन्द्र 

गोताखोर - स्समुन्द्र की गह्राइयों में जाने वाला तैराक 

सहज - आसानी से 

हैरानी - आश्चर्य 

चुनौती - ललकार 

त्यागो - छोड़ो 

संघर्ष - प्रयत्न / प्रतियोगिता 

मैदान छोड़कर भागना - समस्या का सामना न करना 

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